इलाहाबाद/प्रयागराज। जब-जब भाजपा की सरकार केन्द्र व राज्य में बनी है तब-तब महंगाई बढ़ी है। आज आम जनता महंगाई से जूझ रही है लेकिन सरकार मंहगाई को काबू करने में असफल रही है।
टमाटर के बाद प्याज ने बिगाड़ा बजट छह फीसदी के पार पहुंची महंगाई
टमाटर के बाद प्याज की लगातार बढ़ रही कीमतें खुदरा महंगाई को बढ़ाकर नवंबर और दिसंबर में छह फीसदी के ऊपर पहुंचा सकती है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि 13 नवंबर को आने वाले अक्टूबर के खुदरा मंहगाई के आंकड़ों में प्याज का असर दिख सकता है। ऐसे में अक्टूबर में महंगाई 5 फीसदी से ऊपर बढ़ सकती है। चालू महीने के पहले हफ्ते की तुलना में 75 फीसदी बढ़ गई है जिससे आम जनता महंगाई से परेशान है लेकिन सरकार मंहगाई पर ध्यान नहीं दे रही है। वह केवल जनता को 5 किलो राशन दे करके जनता को बेवकूफ बना रही है और जनता भी बेवकूफ बन रही है।
नोमुरा के अर्थशास्त्री सोनल वर्मा और आरोदीप नंदी ने कहा, अक्टूबर में सब्जी की कीमतों में तेज बढ़ोतरी देखने को मिली है जिससे आम जनता महंगाई से जूझ रही है। खुदरा मंहगाई सितंबर के 5 फसदी से बढ़कर अक्टूबर में 5.3 फीसदी के स्तर पर पहुंच जायेगी। इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए लेकिन सरकार मंदिर व रोड़ बनवाने में व्यस्त है। आज टमाटर का दाम 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है गरीब व मजदूर नहीं खरीद पा रहा है। प्याज भी 80-90 रूपए प्रति किलो बिक रहा है आज आम जनता नहीं खरीद पा रही है लेकिन सरकार महंगाई में लगाम लगाने में असहाय महसूस कर रही है। लेकिन आगे और स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है। नवंबर और दिसंबर में मंहगाई और तेजी से बढ़ेगी।
आकडों के अनुसार रोजाना खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है
आंकड़ों के अनुसार खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है अक्टूबर में प्याज और टमाटर कीमतों की अपेक्षा नवंबर माह में 10.9 फीसदी बढ़ी है। आलू के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली है और आगे भी मंहगाई बढ़ने की उम्मीद है इस सबका असर आम जनता पड़ेगी।